Explain What is IPv6 in Hindi in Details.

IPV6 Address in Hindi

IPV6 का full form Internet Protocol Version 6 है. IPV6 एक नेटवर्क लेयर प्रोटोकॉल है जिसका use एक network में कम्युनिकेशन करने के लिए किया जाता है. इसका size 128 bits का होता है

What is ipv6 address in hindi


IPv4 की समस्याओं को solve करने के लिए IETF (internet engineering task force) ने IPV6 को develop किया था. IPV6 को 1998 में बनाया गया था.

यह internet protocol (IP) का सबसे new version है तथा इसमें IPv4 से ज्यादा बेहतर एवं advanced features है. यह भविष्य में IPv4 की जगह work करेगा. इस समय यह IPv4 के साथ मिलकर work करता है.

यदि आप अपने computer system में network center को open करते हैं तो आप दोनों protocols को एक साथ work करते हुए देख सकते है।

example of ipv6 address

ipv6 address example

2d12:1ba8:3c4d:21d3:0000:0000:3214:ab65

अब इंटरनेट पूरी दुनिया में फैल चूका है। दिनों दिन internet के users बढ़ते जा रहे है। इसलिए ऐसी कुछ limitations (कमियां) है जिनकी वजह से IPV4 भविष्य में internet की जरूरतों को पूरा नहीं कर पायेगा। और IPV6 को इसकी जगह यूज किया जाएगा ।


features of ipv6 in hindi

IPV6 की विशेषताएं निम्नलिखित हैं

  • IPV6 में address space बहुत ज्यादा बड़ा है। ऐसा माना जाता है की इस world के हर इंसान को 20,000 IP address दिए जा सकते है। इसलिए future में IP address की कमी की कोई problem नहीं होगी। IPV6 का address space future की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त है।
  • IPV6 protection or security के लिए IPSec (Internet Protocol Security) का use करता है। IPV6 की header में IPSec के लिए field provide किया गया है। Starting में ये IPV6 के साथ ही built in था लेकिन बाद में इसे ऑप्शनल बना दिया गया।
  • यह packets को प्रायोरिटी के आधार पर forward करने में सक्षम है। इसके लिए IPV6 header में flow label फील्ड provide किया गया है। यह एक 20 bit field होता है.
  • IPV6हमको auto configuration का फ़ीचर provide करता है।इससे यदि DHCP server उपलब्ध ना हो तो भी communication में कोई भी समस्या नहीं आती है, साथ ही IPV6 में state-full और stateless दोनों तरह के configuration पॉसिबल है।
  • IPV6 का header बहुत ही सिंपल है इसमें सिर्फ 8 fields होते है। Simple header की वजह से IPV6 packetIPV4 पैकेट की तुलना में तेजी से ट्रांसमिट होते है।
  • यह broadcast को सपोर्ट नहीं करता है। एक से ज्यादा hosts को पैकेट्स send करने के लिए यह multicast का उपयोग करता है।
  • IPV6 के पूरी तरह apply होने पर हर system के पास एक यूनिक IP address होगा। इससे प्रत्येक host इन्टरनेट पर किसी another host से directly कम्युनिकेट कर सकता है। IPV6 के लागू होने पर आपको NAT (Network Address Translation) की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।
  • IPV6 के द्वारा devices network से connected रह सकते है। जैसे कि- mobile phones किसी दूसरी लोकेशन पर जाकर भी उसी IP address के साथ नेटवर्क से connected रह सकते है।

Types of IPV6 address in Hindi

इसके प्रकार नीचे दिए गये हैं

  1. Unicast Address
  2. Multicast Address
  3. Anycast Address.

unicast address in ipv6

Unicast address का यूज एक network में यूनिक node या device को identify करने के लिए किया जाता है.

multicast address in ipv6 in hindi

Multicast address IP devices के एक समूह को प्रस्तुत करता है और इसका यूज एक packet को एक समय में बहुत सारें डेस्टिनेशन को send करने के लिए किया जाता है.

anycast address in ipv6 in hindi

Anycast address का उपयोग अलग-अलग nodes पर इंटरफेस के एक समूह को identify करने के लिए किया जाता है.


What is ipv6 addressing in computer networks

एक IPV6 address 128 bits का होता है. जहाँ IPv4 को decimal numbers के 4 groups द्वारा रिप्रेजेंट किया जाता है वहीँ IPV6 को hexadecimal numbers के 8 groups के द्वारा रिप्रेजेंट किया जाता है।

IPV6 address का उदाहरण नीचे दिया जा रहा है।

जैसा कि आप देख रहे है IPV6 address को 3 parts में डिवाइड किया गया है। हर part का अलग महत्व होता है।

  • Global prefix part एक network ID होती है जो routing के लिए यूज की जाती है। इसकी size 48 bits होती है। ये starting के 3 groups द्वारा represent की जाती है।
  • Global prefix Global prefix part के बाद subnet Part आता है, इसमें एक number होता है जो sub network को identify करने के लिए use किया जाता है। इसकी size, 16 bits होती है।
  • Interface ID किसी भी होस्ट को uniquely identify करती है। यह ID, sub network में एवं globally भी होस्ट को uniquely identify करती है।

IPV6 addresses को लिखने के लिए हम shortcut भी उपयोग कर सकते है। उदाहरण के लिए ऊपर लिखे गए IPV6 के address को हम कुछ इस तरह से भी लिख सकते है।

2d12:1ba8:3c4d:21d3:0:0:3214:ab65

यहाँ पर चार zero के स्थान पर सिर्फ एक zero लिखा है.


Advantages of IPV6 in Hindi

  • यह reliable होता है.
  • इसकी speed बहुत ही high होती है क्योंकि यह broadcast की जगह multicast को support करता है.
  • इसमें internet protocol security ( IPsec ) का यूज़ किया जाता है जो कि security और data integrity प्रदान करता है.
  • यह routing table कि size को reduce करता है और routing को more efficient बनाता है.
  • इसमें peer to peer networks को create और maintain करना easy होता है.

Disadvantages of IPV6 in Hindi

  • IPV6 को याद करना बहुत ही कठिन होता है.
  • यह पुराने devices को सपोर्ट नहीं करता है.
  • IPv4 और IPV6 के मध्य कम्युनिकेशन बहुत ही जटिल होता है.
  • इसमें डिवाइस को manual तरीके से IP address दिए जाते है जो कि एक बहुत ही complicated काम है.

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