Everything About machine to machine communication (M2M) in hindi

What is machine to machine communication in hindi

M2M का Full नाम Machine to Machine है. इसे machine to machine communication से भी जाना जाता हैं। M2M एक ऐसी technology है जिसके द्वारा दो या दो से ज्यादा machines आपस में बिना इन्सान के interaction के communicate कराया जाता हैं और data को exchange कराया जाता हैं।

What is machine to machine communication in hindi


M2M में कम्युनिकेशन, वायर्ड तथा वायरलेस होता है। वायरलेस का प्रयोग करने से M2M कम्युनिकेशन बहुत ही simple बन जाता है और इसमें ज्यादा एप्लीकेशंस को connect किया जा सकता है।

Machine to Machine एक पुरानी technology है, क्योंकि इसे wireless connection की जरूरत नहीं होती है, दो डिवाइसो के मध्य wired connection को भी M2M connection समझा जाता है। वही IoT में केवल wireless connection की जरूरत होती है।
M2M communication के लिए बहुत ज्यादा protocols का use किया जाता है जैसे कि – Bluetooth, Wireless M-Bus, 6LoWPAN, IEEE 802.15.4 etc.।

M2M तकनीक का सबसे पहले प्रयोग manufacturing और industrial area में किया गया था। उसके बाद इसका use अन्य sectors में भी किया जाने लगा। जैसे – health में, business में, और insurance (बीमा) आदि के क्षेत्र में ।


Applications of M2M

इसका प्रयोग अग्रलिखित जगहों पर किया जाता है:

Healthcare (स्वास्थ्य) में

M2M उपकरणों के द्वारा patient की real-time monitoring की जाती है। इसके द्वारा अस्पताल automate (स्वचालित) किये जा सकते हैं, ताकि high level का उपचार किया जा सके। इसमें ऐसे devices का प्रयोग किया जा सकता है जो emergency की situation में इन्सान के स्थान पर work कर सकें।

उदाहरण के लिए – कोई patient अपने बिस्तर से नीचे गिर जाए तो इस situation में ये devices हॉस्पिटल के staff को alert कर देंगे, जिससे कि जल्दी उस patient की help की जा सके।

Manufacturing (उत्पादन में) –

किसी भी product को manufacture करने में M2M बहुत help करता है। किसी product को बनाने वाली place पर remote sensors लगे रहते हैं जो कि लगातार data को collect करते हैं, और इस data को remote computers को भेज देते है। इसमें प्रोडक्ट का temperature, pressure आदि data को इकट्ठा किया जाता है।

जब भी manufacture करने में कोई problem आती है तो business owners को उनके smart phone में alert भेज दिया जाता है जिससे कि वो problems को जल्द-से-जल्द हल कर पाते है।

Home appliance (घरेलू उपकरण) में –

M2M technology का use करके घेरलू उपकरणों को बनाया जा रहा है, जिससे कि human की life को और भी आसान और comfortable बनाया जा सके। LG और Samsung पहले से ही smart घेरलू उपकरणों को Develop कर रहा है। For Example – वाशिंग machine में M2M technology होती है जो यह बताती है कि कपडे Washed है या फिर dry हो चुके हैं। इस technology का use करके घर के temperature को भी decrease या increase किया जा सकता है।

Retail में –

रिटेल में इसका प्रयोग वायरलेस पेमेंट सिस्टम में किया जाता है। इसके use से स्टोर में product को replace करने, vending machine management, पार्किंग मीटर, और डिजिटल सिगनेचर करने में मदद हो जाती है।

Banking में –

Banking में machine 2 machine के use से आजकल लोग mobile के द्वारा अपने पैसे को दूसरे account में transfer कर सकते है । सामान खरीदने से लेकर mobile रिचार्ज करने तक के लिए onh3ne payment का use किया जाता है।

Agriculture (कृषि) में –

agricultural sector में M2M का use करके बहुत प्रकार का data इकट्ठा किया जा सकता है। जैसे कि – तापमान (temperature), बरसात (rain), आद्रता (Humidity), हवा की गति, मिट्टी की गुणवत्ता, किटनाशकों (Pesticides) का प्रभाव आदि। इस data को analyze करके Agricultural quality को बढ़ाया जा सकता है और पहले ही Decision लेकर भविष्य में Loss से बचा जा सकता है।

Traffic Control करने में -

traffic को control करने में इसका use किया जाता है। इससे गाड़ियों की speed का पता लगाया जाता है और traffic को भी analyze किया जाता है। जो गाडी traffic rules को Follow नहीं करती है उसे computer के द्वारा identify किया जाता है और उसका चालान काट दिया जाता है।


How M2M works

Working of M2M

आज के समय में machine to machine बहुत speed से grow होने वाली टेक्नोलॉजी है क्योंकि M2M technology लाखों devices को एक single network में connect कर सकती है। इसमें बहुत सारे उपकरण सामिल रहते है। जैसे – vending devices, Home use devices, automobile device, और medical devices आदि।

M2M नेटवर्क LAN या WAN network की तरह ही होता है लेकिन, M2M network का प्रयोग विशेष रूप से मशीन और सेंसर को communication प्रदान करने के लिए किया जाता है।
इसमें एक डिवाइस दूसरी डिवाइस से collect की हुई information को send करते हैं। Users, या कोई अन्य intelligent control unit, नेटवर्क का आकलन (assessment) कर सकते है और नेटवर्क से जुड़े उपकरणों (devices) के लिए Proper निर्देश (instructions) जारी कर सकते है।

M2M नेटवर्क को users के द्वारा कंट्रोल और मॉनिटर किया जा सकता है, और उसके बाद users आवश्यकता के अनुसार किसी मशीन को जरुरी निर्देश दे सकता है।


Difference between IOT and M2M

इनके मध्य अंतर अग्रलिखित हैं:-

M2M IoT
M2M machine to machine के नाम से जाना जाता है। IOT internet of things के नाम से जाना जाता है।
M2M, डिवाइसों की बुद्धिमत्ता IoT डिवाइसों के compare में कम होती है। इनमें सीमित मात्रा में ही इंटेलिजेंस होती है। IoT devices के पास ऐसी वस्तुएं होती हैं जिनके द्वारा निर्णय लिया जाता है अर्थात् ये उपकरण निर्णय लेने के लिए जिम्मेदार होती है।
इसमें कम्युनिकेशन के लिए traditional (परंपरागत) protocols(नियमों) और communication(संचार) techniques का प्रयोग किया जाता है। इसमें कम्युनिकेशन के लिए इंटरनेट प्रोटोकोल का use किया जाता है जैसे कि – HTTP, FTP & Telnet आदि।
यह point-to-point communication को support करता है। ये connection के लिए network का use करता हैं। यह cloud कनेक्शन को support करता है।
इसका scope छोटा होता है क्योंकि, इसमें fixed amount में ही डिवाइसेस connect हो सकती हैं। IOT का scope बहुत ज्यादा है because इसमें बहुत सारीं डिवाइसेस कनेक्ट हो सकती हैं।
इसमें devices इन्टरनेट पर Dependent नहीं रहती हैं। अर्थात् इसमें internet की जरूरत नहीं होती हैं। इसमें devices हमेशा internet connection पर depend रहती हैं।
M2M में, data को दूसरे एप्लीकेशन के साथ share नहीं किया जाता है। इसमें केवल सम्मिलित पार्टियों को ही डाटा share किया जाता है। इसमें इंटरनेट के माध्यम से बहुत सारें उपयोगकर्ता एक्सेस कर सकते हैं। IoT में, इकठ्ठे किये हुए डाटा को दूसरे applications के साथ share किया जाता है। data Share करने से user experience बेहतर होता है।
यह mostly hardware पर based technology है। यह hardware और software दोनों पर based है।
सामान्यतः इसमें मशीन एक समय में केवल एक मशीन से ही कम्युनिकेट कर सकती है। इसमें कम्युनिकेशन के लिए इंटरनेट की आवश्यकता होती है।
यह ओपन APIs को सपोर्ट नहीं करता है। यह ओपन API को support करता है।
उदाहरण : Sensors, data & information आदि। उदाहरण : Big Data, Cloud, & Smart wearables आदि।

Advantage of M2M

इसके लाभ अग्रलिखित हैं:-

  • M2M कम्युनिकेशन को सेल्यूलर नेटवर्क के द्वारा support किया जाता है।
  • इसे मेंटेन करना simple होता है।
  • इसका use हम house और business दोनों जगहों पर कर सकते हैं।
  • इस communication की range उच्च होती है, इसकी latency low होती है, साथ ही यह कम energy लेता है।
  • IoT networks में आने वाली security और privacy की problem को M2M technology का use करके solve किया जाता है।
  • इसमें Huge amount के data को collect और process किया जा सकता है।
  • यह प्रोडक्ट और सर्विसेस की क्वालिटी को बेहतर बना देता है।
  • यह निर्णय लेने की क्षमता को आसान बना देता है क्योंकि इसमें real time में data को इकट्ठा किया जाता है और कम्युनिकेट किया जाता है।

Most Important :-

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