Explain What is Ping in hindi

what is ping command in hindi

Full Form of Ping in hindi

PING का full form ( पूरा नाम ) “Packet Internet Groper” होता है।

What is ping command in hindi



What is Ping in hindi

Ping एक ऐसी network utility tool है। जो यह verify करती है कि, network data packet बिना errors के किसी address पर distribute करने में सक्षम है या नहीं। Ping utility का use generally , Network errors को check करने के लिए किया जाता है।

Ping एक ऐसे Standard utility , software का नाम है। जिसे Network Connections को Test करने के लिए, उपयोग किया जाता है।

इसका Use करके, हम Network से Related बहुत सारे चीजों का पता लगा सकते हैं , जैसे की किसी website के server को ping request send करके यह पता कर सकते हैं कि , वह उससे Connected है या नहीं ।

इसके Through आप यह भी check कर सकते है कि, आपका System आपके Server से connected है या नहीं ।

इसका Use यह Decide करने के लिए किया जा सकता है कि, कोई Device या System अपने Server Network से Connect है या नहीं और यदि Connected है, तो connection कि latency कितनी हैं।

How to Work Ping

Working of Ping in hindi

जब दो या दो से अधिक Systems या Computers, किसी एक Network से Connected होते हैं। तो उस Network पर किसी भी System के Connectivity का पता लगाने के लिए, एक System से दूसरे System पर Ping Request अर्थात packets की एक series भेजी Send की जाती है।

उसके बाद दूसरा System अपने आपको निर्दिष्ट करने के लिए, एक acknowledgment Send करता है ।

जिससे हमे यह easily पता चल जाता है कि, दोनों systems उस Network के माध्यम से एक दूसरे से आपस में Connected हुए हैं।

जब Client computer अपने host को ping request send करता है । तो उस समय अगर host network से connected होता है , तो host client को response Send करता है । Request Send करने और host से Reply प्राप्त करने के Duration में, बीते हुये Time को Ping Time Collect करता है ।

Generally ping tools, Internet Control Message Protocol (ICMP) का ही उपयोग करते है। जिसके द्वारा client(user) अपने hosts को ping request send करता है। उसके बाद host एक निश्चित Time में response देता है और उस time को भी save कर लेता है। इससे server की internet speed या bandwidth का भी easily से पता लगाया जा सकता है।

How to Ping Networking Devices

Ping Test करने के लिए , Main रूप से दो चीजों की आवश्यकता पड़ती है पहला host और दूसरा client.

Ping Test द्वारा हमें यह easily से पता चल जाता है कि, आपका Client System , Server या Other Devices के साथ Communication कर रहा है अथवा नहीं।

System पर, Ping Command के द्वारा Ping test को easily run किया जा सकता है ।

यह आपके System में Inbuild होता है । आप जिस भी Device को Ping करना चाहते है , आपको बस उस Device का IP Address या Host name का पता होना चाहिए।

जब आप command prompt में, ping को लिखकर host का IP address type करके enter Press करते हैं , तो host के पास ping request चली जाती है .


How to ping system Through Ip address

How to test Network connection through Ping How to test TCP/IP Network connection using Ping

इसके लिए नीचे दिए गए Two Easy Steps को Follow करें

Step 1

सबसे पहले System पर Command Prompt Open करना है ( Command Prompt को Open करने के लिए, आपको अपने Keyboard से Windows key + R एक साथ Press करना होगा )

Step 2

अब आपको Run Dialog में Type करना है, Ping फिर स्पेस देकर IP address और Enter Press कर देना है ।

Example – 192.168.1.1 Ip address वाले Router के लिए, ping test Run करने का Command कुछ इस प्रकार होगा ।

ping 192.168.1.1

web site को ping करना है तो कुछ इस प्रकार से Syntax होगा।

Syntax

ping url

Example

ping engineerscreator.blogspot.com

How to Read a Ping Test

Ping रिजल्ट के परिणामों ( Output ) का स्पष्टीकरण

Reply from

windows में Address पर Ping Command, Default रूप से चार Massage's की एक Series Send करता है ।

Program का यह Output हर एक Received , messages का response होता हैं। जो Targeted System से आता हैं।

Bytes

Each ping request डिफ़ॉल्ट रूप से, 32 Byte Size का होता है।

Time

Ping Request Send करने और response Receive करने के बीच का Time (मिलीसेकंड में )

TTL (Time-to-Live)

1 और 128 कि Value, TTL Target तक पहुंचने से पहले Ping Massage कितने अलग-अलग Networks से गुजरता हैं, यह उसका Count करता है ।


Syntax of PING command in hindi

Ping Command में आप अपनी आवश्यकता के अनुसार (According), कई syntaxes का use कर सकते हैं ।

-t

यह target को ping तब तक करता रहता है। जब तक की , आप उसे Ctrl C से Stop नहीं कर देते है।

-n

यह Option ICMP Send करने के लिए, Eco Request को 1 से 4294967295 तक set करता है । यदि आप –n का इस्तेेमाल नहीं करते है , तो Default रूप से 4 Request Send किए जाते हैं।

-l

इस Option का उपयोग echo Request कि Size ,( जो की Bytes में होती हैं ) को 32 से 65,527 byte Set करने के लिए होता है । अगर आप –l आप्शन का उपयोग नहीं करते हैं , तो ping Command Default रूप से 32-Byte का echo Request send करेगा ।

-a

इसका उपयोग Target ip address के Hostname को Resolve करने में,( अगर possible हो ) किया जाता है।


What is ping of Death

किसी भी Device को जब ping request Send की जाती है , तो उस Device को client द्वारा 65,535 bytes/packets ( 65535 bytes per Packet ) के हिसाब से send की जाती है , लेकिन यदि इससे ज्यादा bytes के packets को send कर दिया जाए , तो Host device अर्थात जिस पर request Send की जा रही है उस पर DDoS ( Distributed Denial of Service attack ) हो सकता है जो की elligel है ।

सन् 1997 में कुछ operating systems में , यह flow पाया गया था । जिसमें अगर device को 65,535 bytes से अधिक बड़ा packets send किया जाता था , तो वह work करना बंद कर देता था इसी को "Ping of Death" कहा जाता है। हालाँकि इस flow(error) को अब fix कर दिया गया है ।

History of Ping

Ping को Mike Muuss ने सन् 1983 में एक IP Network की Problem को solve करने के लिए Create किया था ।

वैसे देखा जाये तो generally Ping का use “ किसी भी presence को check (test) करने ” के लिए किया जाता है।


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