what is database language in Hindi
System में Database को (बनाने) create एवं maintain करने के लिए database languages का उपयोग किया जाता है।
Database Language का use database में data Read, store and Update करने के लिए किया जा सकता है।
Types of database languages in Hindi
Database में निम्नलिखित languages का use किया जाता है।
- Data Definition Language (DDL)
- Data Manipulation Language (DML)
- Data Control Language (DCL)
- Transaction Control Language (TCL)
DDL
DDL का Full Form, data definition language है। जो कि conceptual schema को define करने के लिए use किया जाता है तथा यह इस बात की Information भी देता है कि physical devices में इस schema को कैसे implement किया जाता है।
Database को define करने के लिए use में लाई गई language data definition language या DDL कहलाती हैं। Database को Define करने के लिए use मे लाई जाने वाली Commands DDL Commands कहलाती हैं। DDL में Table Change करने, Table Drop करने या Constant Define करने वाली सभी Commands Includes हैं।
- DDL का means Data Definition Language है। इसका इस्तेमाल database structure अथवा pattern को Define करने के लिए किया जाता है।
- यह database में schema, Table, indexes, constraints आदि बनाने के लिए use किया जाता है।
- DDL statements का use करके, आप database के structure बना सकते हैं।
some tasks that come under DDL
- Create : database में objects Create करने के लिए use किया जाता है।
- Alter : इसका Use database के structure को Change करने के लिए किया जाता है .
- Drop : इसका इस्तेमाल database से objects को remove करने के लिए होता है।
- Truncate : इसका Use एक table से all Record access करने के लिए किया जाता है।
- Rename : यह एक object का Name Change करने के लिए use किया जाता है।
- Comments : इसका use data dictionary पर comment करने के लिए किया जाता है।
DML
DML का Full Form data manipulation language है।
वह language जो Database में Data को Access या manipulate करने के काम आती है Data manipulation language कहलाती है।
Types of DML
DML Mainly Two Types की होती हैं।
- Procedural DML :- इसमें user को यह specify करना Important हैं कि किस Data की requirement हैं, कैसे उसे Archive किया जा सकता हैं। procedural DML’s द्वारा generate code Efficient होते हैं।
- Non Procedural DML :- इसमें user को केवल यह बताना होता हैं कि किस Data की requirement है। Non-Procedural DML’s में, user यह Specify नहीं करता हैं कि Data कैसे प्राप्त होगा। Non-Procedural DML’s द्वारा generated code, Procedural DML’s की तुलना में Less Efficient होते हैं।
some tasks that come under DML
- Select : database से data Re-retrieve करने के लिए इसका use किया जाता है।
- Insert : Insert का use Table में data को Insert करने के लिए किया जाता है।
- Update : table के भीतर मौजूदा data को Update करने के लिए इसका use किया जाता है।
- Delete : इसका use सभी records को किसी table से Remove करने के लिए किया जाता है।
- Merge : यह UPSERT Operation करता है,जो हैं insert या update operations.
- Call : एक structured query language अथवा Java subprogram को Call करने के लिए Call का use किया जाता है।
- Explain Plan : इसमें data explain की parameter है।
- Lock Table : यह Concurrency को control करता है।
DCL
DCL का Form Form Data Control Language है. Database Control के लिए use की जाने वाली Language (भाषा) को DCL (Data Control Language) कहा जाता हैं।
Database को Control करने वाली Commands DCL Commands कहलाती हैं।
इसका use, Stored data को re-retrieve करने के लिए किया जाता है।
some tasks that come under DCL
- Grant : यह एक database को user access privileges को provide करने के लिए use किया जाता है।
- Revoke : इसका Use users से अनुमति वापिस लेने के लिए किया जाता है।
TCL
TCL का Form Form Transaction Control Language है।
Database पर Operation Execution की Process को Transaction कहते हैं। जब भी Database पर एक निश्चित Transaction Execute होता है, तो यह Execution Control के अंतर्गत होना चाहिए। इस Operation को Execute करने के लिए जो Language use में लाई जाती हैं, उसे TCL Transaction Control Language के नाम से जाना जाता है।
DML Statements के use से original data में कुछ Changes आता हैं, जिसे manage करने के लिए TCL Statements का use किया जाता हैं।
TCL को एक Logical transaction में Grouped किया जा सकता है।
some tasks that come under TCL
- Commit : यह database पर लेनदेन को बचाने के लिए use किया जाता है।
- Rollback : यह पिछले commit के बाद से original database को restore करने के लिए use किया जाता है।
VDL
- VDL का पूरा नाम view definition language है।
- VDL का use user views तथा उनकी mapping को conceptual schema में specify करने के लिए किया जाता है।
- यह उपयोगकर्ता के classes के लिए उपलब्ध records के subset को define (परिभाषित) करता है।
- यह virtual tables को Implement करता है और users को view conceptual level की तरह दिखायी देता है।
- VDL यूजर interface को specify करता है।
SDL
- SDL का पूरा नाम storage definition language है।
- SDL दो schemas के मध्य mapping को specify करती है।
- SDL का Use internal schema को specify करने के लिए किया जाता है।
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